9th Mar 2025
एक बेहद कमजोर गाय, जिसके शरीर की हड्डियाँ साफ दिख रही थीं, खेले में खड़ी थी। उसकी आंखें गहरी और बेरंग थीं, जैसे उसने जीवन की सारी चमक खो दी हो। "क्यों नहीं कोई मेरी मदद करता?" उसने एक सूखी आवाज़ में कहा। चारों ओर बस सूखी ज़मीन थी और उसे निराशा महसूस हो रही थी। वह सोच रही थी कि क्या कभी कोई उसकी देखभाल करेगा।
वह हर दर्द को सहन कर रही थी जब अचानक एक छोटी सी चिड़िया उसके पास आई। "तुम इतनी अकेली क्यों हो?" चिड़िया ने पूछा। गाय ने कहा, "मैं बहुत कमजोर हूँ, कोई मुझे नहीं देखता।" चिड़िया ने उसे देखा और कहा, "मैं तुम्हें तोड़ नहीं सकती, लेकिन मैं तुम्हारे पास रहूंगी। हम मिलकर इस सूखे की जगह को सुंदर बना सकते हैं।" गाय को थोड़ी संजीवनी शक्ति मिली और उसने चिड़िया के साथ अपने जीवन में थोड़ी उम्मीद महसूस की।