17th Apr 2025
एक दिन की बात है, जंगल में एक नन्हा शेर रहता था। उसका नाम था मार्को। मार्को बाकी शेरों से अलग था। वह ताक़तवर और होशियार था। वो हमेशा हँसता और सबकी मदद करता। एक सुबह, जंगल में अजीब सी गड़गड़ाहट सुनाई दी। पंछी डर के मारे उड़ गए। हाथी चिंटू ने कहा, “ये आवाज़ कहां से आ रही है?” सब जानवर डर गए। लेकिन मार्को ने कहा, “मैं पता लगाऊंगा, डरो मत!” उसने अपनी टोपी और रंग-बिरंगी टीशर्ट पहनी जिसपर लिखा था "MARCO"।
मारको एक जासूस बन गया! वह अपने साथ एक नक़्शा और टॉर्च लेकर निकला। रास्ते में उसे नन्हा खरगोश राबी मिला। राबी बोला, “मैं भी चलूंगा, मुझे रोमांच पसंद है!” मार्को और राबी जंगल की गहराइयों में गए। आवाज़ और ज़्यादा तेज़ हो गई। वो एक पुराने पेड़ के पास पहुंचे। अचानक ज़मीन हिली और नीचे एक सुरंग दिखी! मार्को बोला, “वाह! ये तो सीक्रेट रास्ता है।” दोनों सुरंग में कूद गए। अंदर बहुत अंधेरा था, लेकिन टॉर्च की रोशनी से रास्ता दिख रहा था। अचानक, एक चमकदार दरवाज़ा दिखाई दिया। दरवाज़े पर लिखा था, “साहसी ही इस द्वार को खोल सकते हैं।” मार्को ने ज़ोर से कहा, “मैं साहसी हूँ!” और दरवाज़ा खुल गया। अंदर एक पुराना खज़ाना था – सोने के सिक्के, किताबें और खिलौने! मार्को की आँखें चमक उठीं। राबी ने कहा, “हमें ये जंगल के बच्चों के लिए ले जाना चाहिए।” मार्को ने सिर हिलाया, “बिलकुल सही!” दोनो ने मिलकर कुछ चीज़ें बैग में डालीं और बाहर निकल गए।