30th Nov 2024
एक बार की बात है, एक महान राजा था। उसका राजमहल सोने और चांदी से भरा था। राजमहल में सब कुछ चमकता और सुहाना लगता था। राजाजी बहुत ही अच्छे और दयालु थे। उनके राज्य में हर कोई उन्हें प्यार करता था।
एक दिन, एक चोर चुपके से राजमहल में घुस गया। वह चोर बहुत शातिर था। उसने धीरे-धीरे गहने चुराए और राजमहल से निकलने की कोशिश की। लेकिन राजमहल के दरवाजे जल्दी बंद हो गए।
राजा ने जब सुना कि राजमहल में चोर आया है, तो तुरंत अपने सेनापति को बुलाया। राजा ने कहा, "सेनापति, उस चोर को पकड़ो!" सेनापति ने तुरंत अपने सिपाहियों को इकट्ठा किया।
सेनापति ने हर कोने में चोर की खोज की, लेकिन उसे कहीं भी चोर नहीं मिला। तभी, एक बुद्धिमान कर्मचारी ने कहा, "मैं चोर को पहचानता हूँ!" उसने चोर को खोजने में मदद की।
अंत में, चोर को पकड़ लिया गया। राजा ने चोर को सजा दी और सुरक्षा बढ़ाने का आदेश दिया। सभी ने खुशी मनाई कि अब उनका राजमहल और सुरक्षित है।